
मोहाली की अदालत ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए पंचकूला के एक निजी अस्पताल की नर्स की हत्या के मामले में पूर्व पुलिसकर्मी रशपाल सिंह को उम्रकैद की सजा सुनाई है। पंजाब के मोहाली में 3 साल पहले निजी अस्पताल की नर्स नसीब कौर की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मोहाली जिला अदालत ने नर्स के प्रेमी पूर्व पुलिसकर्मी रशपाल सिंह पर आईपीसी की धारा 302 के तहत उम्रकैद के साथ 40,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
इसके साथ ही सबूत नष्ट करने के आरोप में आईपीसी की धारा 201 के तहत 3 साल का कठोर कारावास और 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। हालाँकि, आरोपी आपराधिक किस्म का रहा है। उसे एक बार बहादुरी के लिए पदोन्नत किया गया था। लेकिन हत्या का मामला दर्ज होने के बाद उसे बहाल नहीं किया जा सका।
यह मामला 13 नवंबर, 2022 का है, जब नसीब कौर का शव सोहाना गाँव के तालाब के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। पुलिस के लिए यह मामला एक पहेली बन गया था। हत्या के 11 दिन बाद पुलिस ने मोहाली के सेक्टर 67 से रशपाल सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि हत्या वाली रात वह नसीब कौर के साथ शराब पी रहा था।
नसीब ज़्यादा शराब पीने के बाद बेहोश हो गया था। इस दौरान जब उसने उस पर शादी का दबाव डाला, तो गुस्से में उसने उसका गला घोंट दिया। इसके बाद वह शव को स्कूटी पर ले गया और एक तालाब के पास फेंक दिया। सीसीटीवी फुटेज में वह शव ले जाते हुए कैद हो गया। पुलिस जाँच में पता चला कि रशपाल और नसीब लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे।
नसीब के मोबाइल फोन, चैट और सीसीटीवी फुटेज से इस रिश्ते और अपराध की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि नसीब की गला घोंटकर हत्या की गई थी।
23 वर्षीय नसीब कौर पंचकूला के एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत थी। वह हत्या से करीब 15 दिन पहले अबोहर से मोहाली आई थी और सोहाना में किराए के मकान में रह रही थी। पुलिस ने अदालत को यह भी बताया कि रशपाल सिंह का भी आपराधिक इतिहास है।