
राज्य में आज, 16 सितंबर यानी मंगलवार से धान की सशुल्क खरीद शुरू होने जा रही है। पंजाब सरकार ने राज्य भर में 1822 खरीद केंद्र स्थापित किए हैं। इस बार धान की खरीद का लक्ष्य 190 लाख टन रखा गया है। सरकार ने किसानों को सलाह दी है कि वे आढ़तियों से मैपिंग के बाद ही मंडियों में फसल लाएँ, ताकि उन्हें इसे बेचने में कोई दिक्कत न हो। बाढ़ और भारी बारिश के कारण इस बार धान में नमी की समस्या होने वाली है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी खरीद व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मंडियों का दौरा करने का फैसला किया है। साथ ही, उन्होंने मंडी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि इस बार वे खुद अलग-अलग मंडियों में जाकर उनका निरीक्षण करेंगे। अगर नमी के नाम पर किसानों के साथ किसी भी तरह की मनमानी की गई, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
मंडी बोर्ड के अनुसार, मंडियों में बिजली, पेयजल समेत अन्य जरूरी प्रबंध कर लिए गए हैं। सरकार ने बाढ़ प्रभावित सभी अनाज मंडियों को पुनः सक्रिय करने के लिए विशेष अभियान भी शुरू किया है, ताकि खड़े पानी और कीचड़ को हटाकर 19 सितंबर तक राज्य की सभी मंडियों को खरीद सीजन के लिए पूरी तरह से चालू किया जा सके।