
देश भर में लगातार नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, जिनसे वाहन तेज़ रफ़्तार से चलते हैं और लोगों का काफ़ी समय बचता है। इसी कड़ी में अब देश का पहला 8 लेन वाला एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 17 अगस्त को इस अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) का उद्घाटन किया जाएगा।
आइए जानते हैं कि इस एक्सप्रेसवे को बनने में कितने साल लगे, कितना बजट खर्च हुआ और इससे सबसे ज़्यादा फ़ायदा किसे होगा।
किसे होगा फ़ायदा?
इस एक्सप्रेसवे के खुलने से सबसे ज़्यादा फ़ायदा गुरुग्राम में रहने वाले लोगों को होगा। यह एक्सप्रेसवे NH-48 पर लगने वाले ट्रैफ़िक जाम को लगभग ख़त्म कर देगा।
इस एक्सप्रेसवे के ज़रिए गुरुग्राम से निकलकर आप 10 मिनट में एयरपोर्ट पहुँच सकते हैं। इसके अलावा, अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 के खुलने के बाद सोनीपत और पानीपत हाईवे तक पहुँचने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा। कुल मिलाकर, ये दोनों परियोजनाएँ दिल्ली-एनसीआर के लोगों को काफी राहत पहुँचाने वाली हैं। दिल्ली के यशोभूमि में दोनों एक्सप्रेसवे का जंक्शन बनाया गया है।
पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से आने वाले लोग 20 मिनट में एयरपोर्ट पहुँच जाएँगे।
धौला कुआँ से गुरुग्राम जाने वाले रास्ते पर यातायात 50 प्रतिशत कम हो जाएगा।