
अमेरिका ने छह भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन कंपनियों पर ईरान से पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदने का आरोप है। अमेरिकी विदेश विभाग ने दुनिया भर की 20 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं।
अमेरिका ने ईरान के तेल व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस संबंध में इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिन भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें अलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड, जुपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड, रमणिकलाल एस गोसालिया एंड कंपनी, पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड और कंचन पॉलिमर शामिल हैं।
अमेरिका का आरोप है कि ये भारतीय कंपनियां अच्छी तरह जानती थीं कि वे ईरान के तेल व्यापार पर अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रही हैं। अमेरिका ईरान पर अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करने का दबाव बनाना चाहता है।
प्रतिबंधों के तहत, अमेरिका में या अमेरिकी लोगों द्वारा नियंत्रित इन कंपनियों की संपत्तियां जब्त कर ली जाएंगी। अगर किसी कंपनी की प्रतिबंधित कंपनियों में 50% या उससे अधिक हिस्सेदारी है, तो उस कंपनी पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
भारत की अलकेमिकल सॉल्यूशंस पर जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच 84 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के ईरानी पेट्रोकेमिकल्स आयात करने का आरोप है। इसी तरह, ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड ने जुलाई 2024 से जनवरी 2025 के बीच ईरान से 51 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के मेथनॉल और अन्य पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे। जुपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड ने इस अवधि के दौरान लगभग 49 मिलियन डॉलर मूल्य के ईरानी सामान खरीदे।