
बलवंत सिंह राजोआना की सज़ा पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। राजोआना ने अपनी दया याचिका के जल्द निपटारे के लिए याचिका दायर की थी और पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया था।
आज केंद्र सरकार इस बारे में रिपोर्ट पेश करेगी कि बलवंत राजोआना को सज़ा क्यों नहीं दी गई। केंद्र सरकार यह भी बताएगी कि राजोआना को अभी तक फांसी क्यों नहीं दी गई। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से सख्त लहजे में पूछा था, “आपने उसे अभी तक फांसी क्यों नहीं दी? इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है। दया याचिका में हो रही देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से उसकी मौत की सज़ा को उम्रकैद में बदलने की माँग की गई थी।”
बता दें कि राजोआना को 2007 में मौत की सज़ा सुनाई गई थी, जिसकी फांसी 31 मार्च 2012 को होनी थी। हालाँकि, इससे पहले एसजीपीसी ने उस तारीख से पहले राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की थी। यह दया याचिका पिछले 13 सालों से राष्ट्रपति के पास लंबित है। बलवंत राजोआना फिलहाल पटियाला सेंट्रल जेल में बंद है।



