
राज्य में ग्राम पंचायतों में प्रवासी मज़दूरों के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित करने का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। बठिंडा और होशियारपुर के गाँवों के बाद अब बरनाला के गाँव कट्टू की पंचायत ने प्रवासी मज़दूरों के बहिष्कार का ऐलान किया है। गाँव की पंचायत ने प्रवासी मज़दूरों के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें कहा गया है कि ज़मींदार और अनुसूचित जाति समुदाय के लोग प्रवासी मज़दूरों को संपत्ति नहीं बेचेंगे। प्रवासी मज़दूरों के आधार कार्ड और पहचान पत्र नहीं बनाए जाएँगे।
इसके साथ ही पंचायत ने इस मुद्दे पर कई अन्य फ़ैसले भी लिए हैं, जिनमें गाँव में रहने वाले लड़के-लड़की के बीच शादी का भी बहिष्कार होगा। गाँव में किसी भी तरह की चोरी या नशा करने, उन्हें बेचने या उनकी मदद करने वाले पर जुर्माना और सज़ा होगी। पंचायत का फ़ैसला न मानने वाले लोगों का भी बहिष्कार किया जाएगा।