
बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण पंजाब के 7 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। मुख्यमंत्री मान हालात का जायजा लेने गुरदासपुर पहुँच गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपना हेलीकॉप्टर यहीं छोड़ रहे हैं। इसका इस्तेमाल लोगों को बचाने में किया जाना चाहिए।
मान ने कहा कि अब वह कार से लौटेंगे। लोगों ने मुझे 92 सीटें जिताने के बाद यह हेलीकॉप्टर दिया था और अब मैं इसे लोगों की सेवा में दे रहा हूँ।
बुधवार को रावी-व्यास और सतलुज नदियाँ उफान पर थीं। इसके कारण पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का के 150 से ज़्यादा गाँव बाढ़ में डूब गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा सेना ने यहाँ से 92 लोगों को बचाया है। बचाव कार्य जारी है।
बाढ़ के कारण गुरदासपुर के नवोदय विद्यालय में 400 छात्र और शिक्षक फँसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। दूसरी ओर, करतारपुर साहिब कॉरिडोर और पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा परिसर भी पानी में डूबा हुआ है।
संगरूर ज़िले में मुख्यमंत्री भगवंत मान का गाँव सतोज भी जलमग्न है। बुधवार सुबह पठानकोट-जम्मू राजमार्ग के पास एक नहर के टूटने से राजमार्ग पर पानी बहने लगा।
आप सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और 30 अगस्त तक स्कूल भी बंद कर दिए हैं। लोगों की मदद के लिए पंजाब के सभी 23 ज़िलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान हालात का जायज़ा लेने गुरदासपुर पहुँच गए हैं। उन्होंने लोगों से मुलाकात की है। उन्होंने बाढ़ राहत कार्यों में मदद के लिए अपना हेलीकॉप्टर प्रशासन को सौंप दिया है। ताकि लोगों को समय पर ज़रूरी मदद मिल सके।
दूसरी ओर, मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने बुधवार के लिए पठानकोट, गुरदासपुर, बरनाला, संगरूर और मानसा में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।