
दिल्ली चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज (4 फरवरी) चंडीगढ़ में सभी जिलों के SSP के साथ दो घंटे की बैठक की और पंजाब में कानून-व्यवस्था की रणनीति बनाई। बैठक में नशा तस्करी समेत छोटे-मोटे अपराधों से निपटने की रणनीति बनाई गई।
दस हज़ार पुलिसकर्मियों की भर्ती और कैमरे लगाने की परियोजना की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने SSP को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे ज़्यादा से ज़्यादा फील्ड में जाएँ। थानों का निरीक्षण करें। साथ ही लोगों से संपर्क बढ़ाने की कोशिश करें।
बैठक में डीजीपी गौरव यादव के साथ मुख्य सचिव भी मौजूद थे। पंजाब में पुलिस थानों पर हुए हमलों के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि रात के अंधेरे में कुछ फेंकना कायरता है, अगर किसी में हिम्मत है तो वह आगे आकर फेंके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। उसकी इस कोशिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
डीजीपी ने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर चर्चा हुई। छोटे-मोटे अपराधों से निपटने के लिए रणनीति तैयार की गई। हमें लोगों के साथ दोस्ताना व्यवहार करने को कहा गया। पुलिस को लोगों से मेलजोल बढ़ाने को कहा गया।
इससे जहाँ नशा बेचने वाले केंद्रों के बारे में बेहतर जानकारी मिलेगी, वहीं अच्छी प्रतिक्रिया भी मिलेगी। एसएसपी को क्षेत्र में और ज़्यादा कार्रवाई करने को कहा गया। थानों का निरीक्षण करने के आदेश दिए गए। लोगों से बैठकें करने को कहा गया। गैंगस्टरों के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।