कंगना रनौत थप्पड़ मामला: CISF महिला कांस्टेबल कुलविंदर के भाई का बड़ा बयान, कहा- माफी नहीं मांगेंगे
कंगना को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर के भाई ने इस मामले को लेकर बयान दिया है। महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर के भाई शेर सिंह महिवाल ने इस मामले को लेकर एक वीडियो भी जारी किया है।
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हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुए थप्पड़कांड में नया अपडेट आया है। कंगना को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ महिला जवान कुलविंदर कौर के भाई ने मामले को लेकर बयान दिया है। महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर के भाई शेर सिंह महिवाल ने मामले को लेकर एक वीडियो भी जारी किया है। शेर सिंह ने कहा कि उक्त मामले को लेकर जांच पूरी हो चुकी है, अब सिर्फ फैसले का इंतजार है। फैसले में किसी तरह का पक्षपात नहीं होना चाहिए, दोनों पक्षों को सजा मिलनी चाहिए। इस हाई प्रोफाइल मामले में महिला जवान कुलविंदर कौर के भाई शेर सिंह महिवाल ने वीडियो जारी कर बड़ा आरोप लगाया कि मामले की जांच के दौरान कुलविंदर कौर और उनके पति पर बार-बार सॉरी बोलने का दबाव बनाया गया। हम किस बात की सॉरी बोलें? हम आज भी कहते हैं कि न तो हमने पहले सॉरी बोला है, न आज बोलेंगे और न ही भविष्य में बोलेंगे। हमें जो भी सजा मिलेगी, हम उसे भुगतने के लिए तैयार हैं। हम सजा से भागते नहीं, लेकिन फैसला एकतरफा नहीं होना चाहिए
शेर सिंह ने कहा कि मामले की जांच बेंगलुरु से पूरी होकर चंडीगढ़ आ चुकी है। अब फैसला आना बाकी है। पूरी जांच के बाद ही कोई फैसला लिया जाना चाहिए। क्योंकि हम पहले से ही फील्ड में हैं और शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हैं। इसलिए जो भी सजा बनती है, वो दी जानी चाहिए। हम सजा से भागते नहीं, लेकिन फैसला एकतरफा नहीं होना चाहिए।
थप्पड़ कंगना पर नहीं, सिस्टम पर पड़ा
शेर सिंह ने कहा कि 6 जून 2024 को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो हुआ, वो कंगना पर नहीं, बल्कि सिस्टम पर पड़ा। ऐसे हालात इसलिए पैदा हुए क्योंकि यहां कानून एक जैसा नहीं है। रसूखदारों के लिए अलग कानून है और आम लोगों के लिए अलग कानून है। जब ऐसी स्थिति होगी, तो ऐसी घटनाएं होना स्वाभाविक है।
मामले की जांच गांव और घर तक पहुंची
उन्होंने कहा कि चल रही जांच में उनकी बहन कुलविंदर कौर को जोड़कर उनके जीजा का ट्रांसफर बेंगलुरु कर दिया गया। जांच की आंच सुल्तानपुर लोधी के गांव मंड महिवाल में उनके घर तक पहुंची। हमारा बैकग्राउंड चेक किया गया। इस केस से जुड़े सभी गवाह और अधिकारी बेंगलुरु जाते रहे हैं।
कंगना ने केस की जांच के लिए कोई अपील नहीं की
शेर सिंह ने दावा किया कि इस केस की जांच के लिए कंगना रनौत की ओर से कोई अपील नहीं की गई। यह सारी जांच सीआईएसएफ विभाग द्वारा की जा रही है। अगर विभाग यह सोच रहा है कि यह केस ठंडे बस्ते में चला जाएगा। कुछ समय बाद लोग या पीड़ित परिवार भूल जाएंगे और हम कुलविंदर कौर और उनके पति को बर्खास्त करके घर भेज देंगे। यह बिल्कुल गलत है। कोई भी फैसला लेने से पहले उनकी (कुलविंदर और उनके पति की) 16 साल की सेवा, शिक्षा और जीवन के बारे में सोचना चाहिए कि किन परिस्थितियों से गुजरने के बाद उन्हें यह नौकरी मिली है।
कंगना के खिलाफ आठ मामले दर्ज, एसएसपी को सौंपी प्रतियां
शेर सिंह ने कहा कि इस मामले में कंगना रनौत की भी जांच होनी चाहिए। 6 जून की घटना के तीन दिन बाद 9 जून को हमने एसएसपी मोहाली कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। जहां कंगना रनौत के खिलाफ पहले से दर्ज आठ एफआईआर की प्रतियां सौंपी गईं। फैसले में किसी तरह का पक्षपात नहीं होना चाहिए, दोनों पक्षों को समान सजा मिलनी चाहिए।
क्या था पूरा मामला
इसी साल 6 जून को चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के दौरान महिला सुरक्षा गार्ड कुलविंदर कौर ने कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया था। आरोपी महिला किसान आंदोलन के दौरान कंगना के बयानों से नाराज थी। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से जीतने के बाद कंगना दिल्ली में भाजपा की बैठक में शामिल होने जा रही थीं। उन्हें चंडीगढ़ एयरपोर्ट से विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या यूके-707 से रवाना होना था। एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच की जा रही थी। इसी दौरान वहां मौजूद सीआईएसएफ की महिला सुरक्षा गार्ड कुलविंदर कौर ने उनसे पूछा कि मैडम आप भाजपा से जीती हैं। आपकी पार्टी किसानों के लिए कुछ क्यों नहीं कर रही है? कुलविंदर ने किसान आंदोलन के दौरान कंगना के बयानों पर भी सवाल पूछा। इस पर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। आरोप है कि इसी दौरान महिला सुरक्षा गार्ड ने कंगना को थप्पड़ मार दिया।