
गुरुओं की धरती पंजाब, जो हमेशा ‘चढ़ती कला’ की भावना से ओतप्रोत है, बाढ़ से हुए नुकसान के बाद भी डटकर खड़ी है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में ‘मिशन चढ़ती कला’ शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य न केवल पंजाब को संकट से उबारना है, बल्कि उसे समृद्धि और प्रगति के शिखर पर वापस ले जाना भी है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि ‘मिशन चढ़ती कला’ राहत और पुनर्वास से आगे बढ़कर पंजाब के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, “हमारे किसानों को फिर से खेती शुरू करनी है, बच्चों को फिर से स्कूल जाना है और बाढ़ प्रभावित परिवारों को अपने घरों का पुनर्निर्माण करना है।” यह मिशन पंजाबियों की आपसी एकता और भाईचारे की भावना पर आधारित है। देश-विदेश में बसे पंजाबी इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं और खुले दिल से सहयोग कर रहे हैं, जिससे साबित होता है कि मुश्किल समय में भी पंजाब के लोग एकजुट हैं।
‘मिशन चढ़ती कला’ लोगों के सहयोग पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी हमेशा एकजुट रहते हैं। बाढ़ जैसी आपदा का भी उन्होंने मिलकर सामना किया है। देश-विदेश में बसे पंजाबी इस मुहिम से जुड़कर मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का भी धन्यवाद किया, जिसने 2 करोड़ रुपये दान देकर इस नेक काम में सहयोग दिया। जैसा कि मुख्यमंत्री ने कहा, “आपके 10 रुपये भी 10 करोड़ रुपये के बराबर हैं।” यह मदद सिर्फ़ पैसों की नहीं, बल्कि पंजाब के लोगों के प्यार और एकजुटता का प्रतीक है।
पंजाब सरकार ने इस मिशन के लिए पूरी तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री कार्यालय में एक विशेष वॉर रूम बनाया गया है, जो ‘मिशन चढ़दीकला’ के हर काम पर कड़ी नज़र रखेगा। मुख्यमंत्री ख़ुद इसकी रोज़ाना निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों और पशुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जिन किसानों की फ़सलें बर्बाद हुई हैं, उन्हें सरकार मुआवज़ा भी देगी। ये सभी कदम बताते हैं कि सरकार सिर्फ़ बातें नहीं कर रही, बल्कि काम भी कर रही है।
‘मिशन चढ़दीकला’ सिर्फ़ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक सामूहिक प्रयास है। यह पंजाब की उस भावना को दर्शाता है कि हम सब मिलकर हर चुनौती का सामना कर सकते हैं। यह मिशन पंजाबियों को एकजुट होकर अपने राज्य के पुनर्निर्माण का अवसर दे रहा है। यह एक ऐसा कदम है जो दर्शाता है कि पंजाब हार नहीं मानता, बल्कि हमेशा ‘चढ़दीकला’ में रहता है।
इस मिशन से संबंधित अधिक जानकारी www.rangla.punjab.gov.in पर उपलब्ध है, जहाँ लोग इस नेक काम में योगदान दे सकते हैं।