
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत कार्यों और संगत द्वारा भेजी जा रही आर्थिक सहायता का विवरण आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वेब पोर्टल जारी करते हुए एडवोकेट धामी ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बाढ़ के दौरान हुए नुकसान को देखते हुए लगातार जरूरतमंदों तक पहुंच रही है और सिख संगठन द्वारा संगत की मांगों और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने राहत कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये आरक्षित किए हैं, वहीं संगत भी भरपूर सहयोग दे रही है। उन्होंने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, कर्मचारियों और संगत द्वारा 19 सितंबर, 2025 तक दी गई सहायता का ब्यौरा वेबसाइट पर डाल दिया गया है, जबकि अब तक 6 करोड़ 9 लाख 49 हजार रुपये से अधिक की राशि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पास आ चुकी है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, 19 सितंबर तक हुए खर्च का ब्यौरा भी सार्वजनिक कर दिया गया है, जिसमें विभिन्न गुरुद्वारों की ओर से राहत कार्यों के लिए 91 लाख 4 हजार रुपये से अधिक के खर्च के साथ-साथ चिकित्सा सेवाओं के लिए 23 लाख 26 हजार रुपये से अधिक का खर्च शामिल है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, चरत में संगत द्वारा भेजी गई रसद और आवश्यक सामान भी पीड़ितों तक पहुँचाया जा रहा है।
एडवोकेट धामी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि एसजीपीसी ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए बांधों को मजबूत करने के लिए कार्यरत संगतों को अब तक 22 हजार लीटर डीजल उपलब्ध कराया है, जिसमें खेमकरण विधानसभा क्षेत्र के लिए 6 हजार लीटर, डेरा बाबा नानक के लिए 5 हजार लीटर और सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र के लिए 11 हजार लीटर डीजल शामिल है। उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर लोधी की संगतों की मांग के अनुसार आने वाले दिनों में 8 हजार लीटर डीजल और उपलब्ध कराया जाएगा। एसजीपीसी अध्यक्ष ने बताया कि इसी प्रकार, गेहूं की बुवाई के दौरान किसानों को डीजल और उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।
एडवोकेट धामी ने बताया कि एसजीपीसी प्रभावित क्षेत्रों में गुरुद्वारों को हुए नुकसान का विवरण भी एकत्र कर रही है ताकि आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने बताया कि आगामी सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए, एसजीपीसी बाढ़ पीड़ितों को कंबल और गद्दे उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था कर रही है। एडवोकेट धामी ने कहा कि एसजीपीसी पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और इसकी पूरी जानकारी एसजीपीसी द्वारा जारी वेबसाइट https://floodrelief.sgpc.net पर देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी सिखों की एक चुनी हुई संस्था है, जो नियमों के दायरे में काम करती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा बिना वजह एसजीपीसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में सभी को मिलकर जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर एसजीपीसी के मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मनन, अंतरिम सदस्य अमरीक सिंह विछोआ, सदस्य रणजीत सिंह काहलों, सतपाल सिंह तलवंडी भाई, तरसेम सिंह रतिया, ओएसडी सतबीर सिंह धामी, सचिव प्रताप सिंह, अतिरिक्त सचिव गुरिंदर सिंह मथरेवाल, निजी सचिव शाहबाज सिंह, अधीक्षक निशान सिंह आदि मौजूद थे।