पिछले कुछ दिन से शेयर बाजार में एक डर सा बना हुआ है, हर दिन टूट रहा शेयर बाजार
नई दिल्ली
पिछले कुछ दिन से शेयर बाजार में एक डर सा बना हुआ है, क्योंकि बाजार गिरने से निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. सेंसेक्स 930 अंकों तक लुढ़क गया था, जबकि Nifty में 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई थी. ऐसे में निवेशकों की वैल्यूवेशन में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. वहीं सोमवार को भी शेयर बाजार में गिरावट आई थी. पिछले दो दिनों के दौरान निवेशकों को 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अब निफ्टी को लेकर एक नया अनुमान सामने आया है.
दिग्गज ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए (CLSA) की ओर से कहा गया है कि निफ्टी 50 इंडेक्स में मौजूदा स्तर से करीब 1,000 अंक और नीचे गिर सकता है. दिग्गज ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए (CLSA) के टॉप चार्टिस्ट लॉरेंस बालांको (Laurence Balanco) की ओर से ये अनुमान जताया गया है. जबकि निफ्टी पहले से ही अपने 26,277 के रिकॉर्ड हाई से करीब 7% नीचे कारोबार कर रहा है. CNBC-TV18 की रिपोर्ट में बालांको ने कहा कि निफ्टी अगले 20 कारोबारी सत्रों में 23,300 के स्तर तक नीचे आ सकता है.
बुधवार को निफ्टी 37 अंक टूटकर 24,435 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 138 अंक टूटकर 80,081 पर क्लोज हुआ. बैंक निफ्टी समेत स्मॉल कैप और मिडकैप इंडेक्स में भी गिरावट देखी गई. बीएसई के टॉप 30 शेयरों में से 8 शेयर उछाल पर थे, बाकी के 22 शेयर गिरावट पर रहे. सबसे ज्यादा एनटीपीसी और महिंद्रा के शेयर 3 फीसदी से ज्यादा टूटे.
क्यों गिर रहा शेयर बाजार?
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि सबसे बड़ा कारण कंपनियों के मुनाफे में गिरावट के कारण आया है. बहुत सी कंपनियों के तिमाही नतीजे अनुमान के मुताबिक अच्छे नहीं रहे हैं, जिस कारण शेयर बाजार में मुनाफावसूली देखी जा रही है. इस महीने में विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड अमाउंट इंडियन मार्केट से निकाले हैं. ये आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपये के आसपास पहुंच चुका है. 21 अक्टूबर तक विदेशी निवेशकों ने 88,244 करोड़ रुपये निकाले हैं. ग्लोबल मार्केट में लगातार प्रेशर बना हुआ है. अमेरिकी चुनाव के कारण ग्लोबल मार्केट दबाव में है और हर दिन गिरावट देखी जा रही है.
अभी क्या करना चाहिए?
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस गिरावट को देखते हुए अभी खरीदारी करना ज्यादा सही नहीं होगा. निवेशकों को अभी इंतजार करना चाहिए, जबतक की मार्केट अपनी एक डायरेक्शन पर नहीं आ जाता है. खासकर जबतक शेयर बाजार कम से कम दो दिनों तक अपने दिन के उच्च स्तर पर नहीं बंद होता है, तबतक खरीदारी करना जल्दबाजी होगी.