विजयादशमी 2024: दशहरा पर कभी न करें ये पांच काम
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरे का पर्व मनाया जाता है और इस बार यह शुभ तिथि 12 अक्टूबर दिन शनिवार को है। दशहरे के दिन भगवान राम ने रावण का और माँ दुर्गा का नौ दिन के युद्ध के बाद महिषासुर का अंत किया था, इसलिए इस पर्व को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व को बुराई के रूप में मनाया जाता है लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दशहरे के दिन कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए अन्यथा जीवन में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। आइए जानते हैं दशहरे या विजयादशमी के दिन किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए… इस दिन न करें वाद्य विवाद दशहरे के दिन का काफी धार्मिक महत्व है, इस दिन माता रानी की विदाई की जाती है। इसलिए भूलकर इस दिन किसी से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से घर और जीवन में नकारात्मकता अपने पैर जम जाती है और हर तरह का समापन ही देखने को मिलता है। साथ ही माता रानी की पूजा का पुण्य फल भी नहीं मिलता है। इस दिन हर किसी से प्रेम से बात करनी चाहिए और लेखों की मदद भी करनी चाहिए।
पेड़ के हानिकारक दशहरे के दिन शमी, पीपल, अपराजिता सहित कई पेड़ों की पूजा करने का विधान है इसलिए इस दिन भूलकर पेड़ के उपचार को नहीं काटना चाहिए। पेड़-पौधों से ना सिर्फ जीवन में मिलते हैं बल्कि ग्रह-नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव का भी सामना करना पड़ता है। संभव हो सके तो दशहरे के दिन घर में सदस्य सदस्य हों, सहायक पेड़-पौधों के उपाय किये जाने चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और देवी देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है।
तामसिक नीव से दूर रहने का दशहरे का दिन बुराई के रूप में मनाया जाता है इसलिए यह दिन बहुत पवित्र माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरे के दिन मांस-मदीरा आदि तामसिक नीड़ से दूर रहना चाहिए, ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता आती है और पारंपरिक आदत भी बनानी चाहिए। दशहरे का दिन हो या अन्य पवित्र दिन हमेशा सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
किसी का अपमान करने से शहर के दिन भूलकर भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करना आपके जीवन की सबसे बड़ी गलती हो सकती है क्योंकि व्यवहार और घमंड में अपमान करने से माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त नहीं होती। घर या घर के बाहर हमेशा अच्छे से काम करना चाहिए और सभी का आदर करना चाहिए। कभी-कभी लेखों के मन के अनुसार काम करने से आपको अनचाही खुशी मिल जाती है इसलिए इस दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
कटु वचन बोलने से आर्थिक दशहरे का दिन हमें सत्य पर सत्य की जीत का संकेत देता है इसलिए इस दिन झूठ या कटु वचन भूलकर भी नहीं बोलना चाहिए। झूठ या कटु वचन बोलने से हम नए नए शत्रु तोड़ रहे हैं, जो आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। पारंपरिक आदत को भी अपनाना चाहिए कि किसी से भी ना तो झूठ बोलें और ना ही कटु बोलें। यह आदत आपको जीवन में बहुत आगे ले जाएगी और माता रानी की भी विशेष कृपा बनी रहेगी।